रहमतों से घिरा मदीना है । Asad Iqbal Naat Lyrics
रहमतों से घिरा मदीना है, नूर का सिलसिला मदीना है । यूं न इतरा के चल मदीने में, चल संभल के ज़रा मदीना है । …
रहमतों से घिरा मदीना है, नूर का सिलसिला मदीना है । यूं न इतरा के चल मदीने में, चल संभल के ज़रा मदीना है । …