उस वक्त मैं लाइब्रेरी मे थी, मैं वहाँ से जाने ही वाली थी, बाहर से छात्र लाइब्रेरी की ओर भागते हुए आ रहे थे उनके सर से खून बह रहा था । थोड़ी ही देर मे दिल्ली पुलिस अंदर आ गई और अभद्रता करने लगी । छात्रा मीडिया को बताया की मैं law student हूँ यहाँ पर मेरा constitution का exam होने वाला था कुछ नहीं बचा मैं क्या पढ़ूँ अब घर जाकर, आज मैं क्या पढ़ूँ यहाँ पर, रात भर मेरे दोस्त रोए हैं, मुझसे रहा नहीं गया, हम वहाँ से किसी तरह निकाल गए अपने रिश्तेदारों के यहाँ चले गए, मैं यहाँ दिल्ली आई थी students के लिए सबसे सुरक्षित जगह है लेकिन हमारे साथ ये हुआ । मैं मुस्लिम नहीं हूँ लेकिन सही के साथ हूँ ।
रविवार को हुए जोरदार प्रदर्शन मे पुलिस ने स्थति पर काबू पाने के लिए आँसू गैस के गोले छोड़े और पथराओ कर रहे छात्रों का डटकर सामना किया । दिल्ली पुलिस ने जामिया के 50 छात्रों को हिरासत मे लिया था जिसके बाद छात्रों का हंगामा और ज्यादा बढ़ गया । हजारों की संख्या मे लोग दिल्ली पुलिस मुख्यालय पहुँच कर नारेबाजी करने लगे । छात्रों ने दिल्ली पुलिस हाय-हाय के नारे लगाए उनकी मांग थी की जिन छात्रों को पुलिस ने अरेस्ट किया है उनको रिहा किया जाए और दिल्ली पुलिस पर बदसुलूकी करने के आरोप मे कार्यवाही की जाए । रविवार देर रात लगभग 7 घंटे तक प्रदर्शन जारी रहा उसके बाद दिल्ली पुलिस ने हिरासत मे लिए गए 50 छात्रों को रिहा कर दिया और कार्यवाही करने का आश्वाशन दिया इसके बाद प्रदर्शन खत्म हुआ और सभी छात्र वहाँ से चले गए ।